Perfect Age To Start A Business
बिजनेस किस उम्र से करें :-
अक्सर युवा मुझसे पूछते हैं कि इंसान को बिजनेस किस उम्र में करना चाहिए मैं इस सवाल को इस तरह देता हूं कि क्या अपनी पढ़ाई खत्म करने के तुरंत बाद बिजनेस शुरू कर देना चाहिए या फिर क्या कुछ साल कहीं नौकरी करने के बाद अपना बिजनेस शुरू करना चाहिए
इस बात कोई अर्थ नहीं है कि आप सीधे ही बिजनेस करें या फिर अनुभव प्राप्त करके दोनों ही प्रकार के व्यक्ति सफल या फिर असफल हो सकते हैं । जहां तक मेरा मानना है अगर सीधा बिजनेस करने की क्षमता है तो फिर नौकरी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए अगर अच्छी नौकरी मिल गई तो उसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है
वेतन में ही एक अजीब तरह की संतुष्टि मिलने लगती है इसके अलावा लाइफ सेट हो जाती है और उसके छोड़-छाड़ करना मुश्किल हो जाता है शादी हो जाती है बच्चे हो जाते हैं और परिवार के लोग पहले आर्थिक सुरक्षा करने लगते हैं नौकरी छोड़कर बिजनेस करने का रिस्क नहीं लेना चाहते ।
लेकिन दूसरी तरफ मेरा यह भी मानना है कि उधमी तभी बनना चाहिए जब आप इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं अगर आप मानसिक तौर पर खुद को बिजनेस के लिए सक्षम नहीं पा रहे तो आपको पहले अनुभव प्राप्त करना चाहिए अनेक लोगों का मानना है कि पहले काम सीखना चाहिए परिपक्व बनाना चाहिए इसके बाद ही बिजनेस करना चाहिए
लेकिन सवाल यह उठता है कि जब इंसान के पास कोई नया आईडिया हो ऐसा बिजनेस प्लान हो इसके बारे में दूसरे सोच तक न पा रहे हो जब इंसान को लगता हो उसका आईडिया बेजोड़ है और वह उससे काफी कमा सकते हैं तो आमतौर पर व्यक्ति इंतजार नहीं कर सकता बिल गेस्ट ने जब कॉलेज छोड़कर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की तो नहीं पूरा विश्वास था कि पीसी का युग आने वाला है और उन्हें उसका हिस्सा बनना है उन्हें लगने लगा था कि अगर वे कॉलेज में 2 या 3 साल और रहे तो उनके हाथ से एक जिम्मेदार बिजनेस निकल जाएगा इसीलिए उन्होंने जरा भी देर नहीं की है।
बिजनेस शुरू करने की ना कोई उम्र होती है और न ही विशेष समय इंसान की अपनी सोच अपने भरोसे और आत्मविश्वास पर टिका होता है लेकिन यह तय है कि जब कोई नया आईडिया काम कर रहा होता है और वह अपनी तरह का एक नया बिजनेस होता है तो उसके लिए उनसे प्राप्त नहीं किया जा सकता उस बिजनेस को शुरू करना ही एक नया अनुभव होता है अगर ऐसा बिजनेस सफल होता है तो वह हजारों लाखों लोगों को एक नया अनुभव देता है
बिजनेस के दौरान अधिकांश लोग धन की कमी महसूस करते हैं इससे बिज़नस पर बुरा असर पड़ता है कई बार काफी नुकसान भी हो जाता है अनेक बार घन व्यवसाय में बाधक भी बनता है जब भी कोई व्यक्ति बिजनेस करता है तो उसके सामने तीन तरह का पैसा हो सकता है पहला परला पारंम्परिक संपत्ति के रूप में दूसरा बचत का पैसा और तीसरा इधर उधर से जुगाड़ करके इंतजाम किया हुआ धन
मैंने अनेक लोगों को देखा है जो अपनी सम्पत्ति को बेचकर बिजनेस का जुगाड़ करते हैं लेकिन मेरा मानना है कि अगर संपत्ति को बेचकर ही बिजनेस करना है दो ऐसी संपत्ति पर ही चुनाव करें जो आने वाले कुछ वर्षों तक आपके किसी काम आने वाली ना हो आप अपनी उस संपत्ति को भेजिए जो आपके लिए आर्थिक उपयोगी साबित ना हो रही हो लेकिन होता यह है कि आप अपनी जिस सम्पत्ति को बेचकर बिजनेस करते हैं वह कुछ ही समय बाद आपको उपयोगी लगने लगती है आपका बिजनेस कब नहीं चल पाता तो एकाएक वह सम्पत्ति बहुत कीमती लगने लगती है
प्रातः ऐसी सम्पत्ति आ ही जाती है और जब ऐसा हो तब आप उस उत्पाद या सेवा के बारे में भी सोचना शुरु करें जिसे आप बार्टर कर सकते हैं वार्टर करके ऐसा उत्पाद हासिल करें जिसको बेचकर आप मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन अधिकांश लोग बार्टर का शायद अर्थ भी नहीं जानते बार्टरिग इन का मतलब है वस्तुओं का अदला-बदली करना यानी एक समान देख कर दूसरा सामान खरीदना और बाद में उस सामान का व्यापार करना आपने कुछ फेरी वालों को जरूर देखा होगा जो पुराने कपड़ों के बदले बर्तन दे जाते हैं या पुराने जूतों के बदले कोई का्करी वगैरह आप खुश होते हैं कि आपने बेकार की चीज घर से निकाल कर दी और काम की चीज बदले में ले ली लेकिन सच्चाई यह होती है कि जिसे आप बेकार की चीज समझते हैं वह दूसरों के लिए बहुत काम की चीज होती है आपसे वह बेकार की चीज लेकर दूसरे बहुत बड़ा बिजनेस कर लेते है
बार्टरिग सिस्टम का एक बेहतरीन उदाहरण काइल काइल ने मैक्डानलैड है रेड पेपरक्लिफ से शुरुआत की इसने इसके बाद खूब सारी बार्टरिग की धीरे धीरे उसने अपना बिजनेस खड़ा कर दिया और खूब सारा नगर भी जुटा लिया यह प्रयोग सफल तो हो सकता है लेकिन इसके लिए आपको खूब मशक्कत करनी पड़ेगी आपके सामने खालोआप की दिक्कतें पेश हो सकती हैं आपको इस काम के लिए बहुत लोग मिल सकते हैं लेकिन आपको डॉग ढूंढने होंगे इस काम में सफलता सिर्फ करने के लिए जरूरी यह है की आपके उत्पाद के बारे में लोगों को पता हो
Ravindra Maurya मैं आशा करता हूं आपको यह Business idea in Hindi की जानकारी अच्छी लगी होगी बिजनेस कोई भी हो उसमें ईमानदारी होना बहुत जरूरी है Agar aapko accha laga to Aage share Kare WhatsApp Twitter Facebook Social Media Instagram per
Tags:- is blog mai aap ko business karne ki jankari Di gai hai business-to-business Hota Hai Chhota vs Bada Business to Business Hai
सवाल का जवाब कुछ मुश्किल है :-
सच तो यह है कि इस सवाल का जवाब कुछ मुश्किल है मैंने जितनी भी सफल उधमियों की कहानियां पड़ी है वह किसी एक ढर्रे पर नहीं चते किसी ने बचपन में ही बिजनेस शुरू कर दिया तो कुछ स्कूली या कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर बिजनेस में कूद पड़े जबकि कुछ ऐसे भी हुए की उन्होंने कहीं नौकरी करके पहले अनुभव प्राप्त किया तथा उसके बाद ही अपना व्यापार शुरू किया धीरूभाई अंबानी तो कॉलेज गए ही नहीं जब उनके दिमाग में बिजनेस का प्लान फिट हुआ तो उन्होंने पेट्रोल पंप की नौकरी छोड़ दी तथा अपने सपने पूरे करने में जुट गएआप सीधे ही बिजनेस करें :-
इस बात कोई अर्थ नहीं है कि आप सीधे ही बिजनेस करें या फिर अनुभव प्राप्त करके दोनों ही प्रकार के व्यक्ति सफल या फिर असफल हो सकते हैं । जहां तक मेरा मानना है अगर सीधा बिजनेस करने की क्षमता है तो फिर नौकरी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए अगर अच्छी नौकरी मिल गई तो उसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है
अजीब तरह की संतुष्टि :-
वेतन में ही एक अजीब तरह की संतुष्टि मिलने लगती है इसके अलावा लाइफ सेट हो जाती है और उसके छोड़-छाड़ करना मुश्किल हो जाता है शादी हो जाती है बच्चे हो जाते हैं और परिवार के लोग पहले आर्थिक सुरक्षा करने लगते हैं नौकरी छोड़कर बिजनेस करने का रिस्क नहीं लेना चाहते ।
लेकिन दूसरी तरफ मेरा यह भी मानना है कि उधमी तभी बनना चाहिए जब आप इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं अगर आप मानसिक तौर पर खुद को बिजनेस के लिए सक्षम नहीं पा रहे तो आपको पहले अनुभव प्राप्त करना चाहिए अनेक लोगों का मानना है कि पहले काम सीखना चाहिए परिपक्व बनाना चाहिए इसके बाद ही बिजनेस करना चाहिए
जब हो नया आईडिया :-
लेकिन सवाल यह उठता है कि जब इंसान के पास कोई नया आईडिया हो ऐसा बिजनेस प्लान हो इसके बारे में दूसरे सोच तक न पा रहे हो जब इंसान को लगता हो उसका आईडिया बेजोड़ है और वह उससे काफी कमा सकते हैं तो आमतौर पर व्यक्ति इंतजार नहीं कर सकता बिल गेस्ट ने जब कॉलेज छोड़कर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की तो नहीं पूरा विश्वास था कि पीसी का युग आने वाला है और उन्हें उसका हिस्सा बनना है उन्हें लगने लगा था कि अगर वे कॉलेज में 2 या 3 साल और रहे तो उनके हाथ से एक जिम्मेदार बिजनेस निकल जाएगा इसीलिए उन्होंने जरा भी देर नहीं की है।
बिजनेस शुरू करने की उम्र :-
बिजनेस के लिए मनी अरेंजमेंट्स :-
बिजनेस के दौरान अधिकांश लोग धन की कमी महसूस करते हैं इससे बिज़नस पर बुरा असर पड़ता है कई बार काफी नुकसान भी हो जाता है अनेक बार घन व्यवसाय में बाधक भी बनता है जब भी कोई व्यक्ति बिजनेस करता है तो उसके सामने तीन तरह का पैसा हो सकता है पहला परला पारंम्परिक संपत्ति के रूप में दूसरा बचत का पैसा और तीसरा इधर उधर से जुगाड़ करके इंतजाम किया हुआ धन
जमा पूंजी :-
नया बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति तो यह है कि आपके पास थोड़ा जमा पूंजी हो बचत से बिजनेस शुरू कर पाने की स्थिति आप को सुकून देती है लेकिन स्टॉप दुखद पहलू यह है कि आप इस पैसो से जब बिज़नेस खड़ा नहीं कर पाते हैं इसका दुख आपको बहुत ज्यादा होता है अगर आप पार्टनरशिप में बिजनेस करते हैं तो यह कई बार अच्छा विकल्प साबित हो सकता है इससे पार्टनरशिप का भी पूरा होता है पार्टनरशिप के तहत बिजनेस में पैसा लगाना आपको उत्साह से भी भर देता है इससे बिजनेस की सफलता की दर में बढ़ोतरी होती जाती है लेकिन कई बार हमसे व्यवहारिक दिक्कतें पैदा हो सकती हैं अभी नाजुक क्षणों में आपका पार्टनर बिजनेस से अपना हाथ खींच सकता है
सम्पत्ति को बेचकर बिजनेस का जुगाड़ करना :-
मैंने अनेक लोगों को देखा है जो अपनी सम्पत्ति को बेचकर बिजनेस का जुगाड़ करते हैं लेकिन मेरा मानना है कि अगर संपत्ति को बेचकर ही बिजनेस करना है दो ऐसी संपत्ति पर ही चुनाव करें जो आने वाले कुछ वर्षों तक आपके किसी काम आने वाली ना हो आप अपनी उस संपत्ति को भेजिए जो आपके लिए आर्थिक उपयोगी साबित ना हो रही हो लेकिन होता यह है कि आप अपनी जिस सम्पत्ति को बेचकर बिजनेस करते हैं वह कुछ ही समय बाद आपको उपयोगी लगने लगती है आपका बिजनेस कब नहीं चल पाता तो एकाएक वह सम्पत्ति बहुत कीमती लगने लगती है
प्रातः ऐसी सम्पत्ति आ ही जाती है और जब ऐसा हो तब आप उस उत्पाद या सेवा के बारे में भी सोचना शुरु करें जिसे आप बार्टर कर सकते हैं वार्टर करके ऐसा उत्पाद हासिल करें जिसको बेचकर आप मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन अधिकांश लोग बार्टर का शायद अर्थ भी नहीं जानते बार्टरिग इन का मतलब है वस्तुओं का अदला-बदली करना यानी एक समान देख कर दूसरा सामान खरीदना और बाद में उस सामान का व्यापार करना आपने कुछ फेरी वालों को जरूर देखा होगा जो पुराने कपड़ों के बदले बर्तन दे जाते हैं या पुराने जूतों के बदले कोई का्करी वगैरह आप खुश होते हैं कि आपने बेकार की चीज घर से निकाल कर दी और काम की चीज बदले में ले ली लेकिन सच्चाई यह होती है कि जिसे आप बेकार की चीज समझते हैं वह दूसरों के लिए बहुत काम की चीज होती है आपसे वह बेकार की चीज लेकर दूसरे बहुत बड़ा बिजनेस कर लेते है
बार्टरिंग कर सकते हैं :-
बार्टरिग सिस्टम का एक बेहतरीन उदाहरण काइल काइल ने मैक्डानलैड है रेड पेपरक्लिफ से शुरुआत की इसने इसके बाद खूब सारी बार्टरिग की धीरे धीरे उसने अपना बिजनेस खड़ा कर दिया और खूब सारा नगर भी जुटा लिया यह प्रयोग सफल तो हो सकता है लेकिन इसके लिए आपको खूब मशक्कत करनी पड़ेगी आपके सामने खालोआप की दिक्कतें पेश हो सकती हैं आपको इस काम के लिए बहुत लोग मिल सकते हैं लेकिन आपको डॉग ढूंढने होंगे इस काम में सफलता सिर्फ करने के लिए जरूरी यह है की आपके उत्पाद के बारे में लोगों को पता हो
Ravindra Maurya मैं आशा करता हूं आपको यह Business idea in Hindi की जानकारी अच्छी लगी होगी बिजनेस कोई भी हो उसमें ईमानदारी होना बहुत जरूरी है Agar aapko accha laga to Aage share Kare WhatsApp Twitter Facebook Social Media Instagram per
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